रायपुर। महानदी भवन मंत्रालय में आयोजित मैराथन बैठक में, स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, पर्यटन, संस्कृति एवं धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने प्रदेश के हित में महत्वपूर्ण निर्णय लिए। इनमें राजिम कुंभ मेले को भव्य तरीके से मनाने, सिरपुर को विश्व सांस्कृतिक विरासत साइट घोषित करने, और मैनपाट, चैतुरगढ़ जैसे हिल स्टेशनों में शिमला, मनाली के समान मॉल रोड बनाने के लिए शानदार योजनाएं शामिल हैं। यह सुनिश्चित करेगा कि प्रदेश के अनगिनत सौंदर्यपूर्ण स्थलों का अनुभव करने के लिए आगंतुकों को आधुनिक सुविधाएं मिलें। साथ ही, सभी 9वीं कक्षा के छात्रों को स्कूल में निःशुल्क साइकिल और 12वीं तक के छात्रों को पाठ्य पुस्तकों का निःशुल्क वितरण करने के निर्देश दिए गए हैं।
अपर मुख्य सचिव मती रेणु पिल्ले, उच्च शिक्षा विभाग के सचिव सिद्धार्थ कोमल परदेशी, पर्यटन, संस्कृति एवं धर्मस्व सचिव पी. अंबलगन, स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव डॉ. एस. भारतीदासन, राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद के सचिव एवं संचालक राजेश सिंह राणा, लोक शिक्षण संचालनालय के संचालक सुनील जैन, समग्र शिक्षा प्रबंध संचालक मती इफ्फत आरा, छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मण्डल के सचिव वी.के. गोयल, एवं उच्च शिक्षा आयुक्त मती शारदा वर्मा, राज्य पर्यटन प्रबंध संचालक जितेन्द्र शुक्ला, विभाग के प्रमुख अधिकारीगण ने समीक्षा बैठक में भाग लिया। इस महत्वपूर्ण बैठक में वे स्थानीय शिक्षा और पर्यटन के क्षेत्र में सुधार की योजनाओं को विचार करते हुए राज्य के शिक्षा और पर्यटन क्षेत्र में नए कदमों की ओर बढ़ने के संकल्प को जाहिर किया। इस संदर्भ में, उन्होंने राजिम में कुंभ मेला को और भव्य बनाने, सिरपुर को विश्व सांस्कृतिक विरासत स्थल के रूप में प्रमोट करने, और छत्तीसगढ़ को पर्यटन के क्षेत्र में आगे बढ़ाने के लिए साझेदारी और कदम उठाने का एलान किया। इसके साथ ही, शिक्षा क्षेत्र में सुधार के लिए नए योजनाओं और अभियानों की शुरुआत के लिए निर्णय किए गए हैं, जिससे छात्रों को बेहतर शिक्षा और सुविधाएं मिलेंगी। इस समीक्षा बैठक में सभी उपस्थित अधिकारीगण ने समर्थन और सहयोग का वादा किया है, जिससे राज्य के शिक्षा और पर्यटन क्षेत्र में सुधार की दिशा में मिलेगा।
राजिम कुंभ मेला को और भव्य बनाने के लिए अपने निर्देशों में, स्कूल शिक्षा, उच्च शिक्षा, पर्यटन, संस्कृति एवं धर्मस्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने सिरपुर को वर्ल्ड हेरिटेज में शामिल कराने के लिए जरूरी प्रयास करने का आदान-प्रदान किया है। उन्होंने राजिम मंदिर के परिक्रमा पथ की योजना बनाने का सुझाव दिया है, जिससे पर्यटकों को एक नए अनुभव का सौभाग्य हो सके। उन्होंने मेला महोत्सव को पर्यटन के क्षेत्र में बढ़ावा देने के लिए आवश्यक तैयारियों के संबंध में भी निर्देश दिए हैं, ताकि इस सांस्कृतिक आयोजन को विश्वभर के पर्यटकों की भरपूर समर्थन मिले।
उन्होंने पर्यटन और संस्कृति विभाग के अधिकारियों को नए हिल स्टेशन जैसे पर्यटन स्थलों के विकास के लिए निर्देश दिए हैं, जिससे छत्तीसगढ़ में और भी आकर्षक स्थलों का निर्माण हो सके। इसके साथ ही, उन्होंने पर्यटन एवं संस्कृति के क्षेत्र में सुधार की बढ़ती मांग को देखते हुए विभाग के अधिकारियों को विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया है।
पर्यटन विभाग के अधिकारियों को समीक्षा बैठक में नेतृत्व करते हुए, बृजमोहन अग्रवाल ने सिरपुर को वर्ल्ड हेरिटेज साइट में शामिल करने के लिए महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने प्रदेश में पर्यटन को एक उद्योग के रूप में स्थापित करने का दृष्टिकोण रखने का ऐलान किया है, जिससे नए व्यापारों को प्रोत्साहित किया जा सके और नए रोजगार के अवसर पैदा हों।
उन्होंने ‘छत्तीसगढ़ राज्य मार्केटिंग सेल’ की स्थापना की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य राज्य की पर्यटन क्षमता को बढ़ाना है और राज्य की छवि को बेहतर बनाना है। उन्होंने निर्देश दिया है कि इस सेल के माध्यम से राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन को प्रमोट किया जाएगा।
स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों की समीक्षा बैठक में, बृजमोहन अग्रवाल ने जताई है कि छत्तीसगढ़ में शिक्षा को सुधारना ही उनका मकसद है। उन्होंने सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि सरकार किसी भी योजना को पूर्वाग्रह के साथ नहीं करेगी और सभी प्रक्रियाएं पारदर्शी होंगी। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि भर्ती और नियुक्ति प्रक्रिया में कोई भी कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और यदि ऐसा होता है, तो कठोर कार्यवाही की जाएगी।
उन्होंने पिछली भर्ती में बचे हुए चयनित अभ्यर्थियों की काउंसलिंग की प्रक्रिया को शीघ्र आरंभ करने के लिए भी निर्देश दिए हैं, जिससे उन्हें जल्दी से नौकरी की स्थिति मिल सके।
स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए, बृजमोहन अग्रवाल ने घोषणा की है कि अब 9वीं कक्षा के सभी विद्यार्थियों को निःशुल्क सायकल प्रदान की जाएगी और स्कूलों में एयर-पम्प की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि 12वीं तक के प्रत्येक विद्यार्थियों को निःशुल्क शिक्षा और पाठ्य पुस्तकें प्रदान की जाएं।
उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में समझौता न करने का स्पष्ट संकेत दिया है और सभी निर्माण कार्यों को समय-सीमा में पूरा करने की मांग की है। मुख्यमंत्री ज्ञान प्रोत्साहन योजना के तहत अनुसूचित जाति और जनजाति के मेधावी छात्रों को मेरिट स्थान पर प्रोत्साहन राशि को 15 हजार से बढ़ाकर 25 हजार रुपए करने का निर्णय भी लिया गया है।
मेरिट के आधार पर शिक्षकों की पोस्टिंग को लेकर, बृजमोहन अग्रवाल ने अधिकारियों को निर्देशित किया है कि राज्य में सीए, सीएस, बैंकिंग, रेलवे, और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए गुणवत्ता पूर्ण निःशुल्क कोचिंग की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने सैनिक स्कूलों को बढ़ावा देने का भी आदान-प्रदान किया है ताकि शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में विस्तार हो सके। शिक्षा मंत्री ने नई नियुक्तियों के संदर्भ में यह सुनिश्चित करने के लिए भी निर्देश दिए हैं कि शिक्षकों की पोस्टिंग मेरिट के आधार पर आस-पास के जिले में हो, ताकि वे शासकीय दायित्वों का निर्वहन कर सकें।