आपको बता दें कि अक्टूबर 2021 में, कवर्धा शहर के लोहारा नाका चौक में झंडा विवाद हुआ था। इस विवाद के परिणामस्वरूप, कवर्धा में धारा 144 लागू की गई, जो एक महीने तक प्रभावी रही। इस दौरान, विजय शर्मा को जेल जाना पड़ा था। वक्त ने धरातल पलटा, और अब विजय शर्मा ने गृह-जेल मंत्री के रूप में नई जिम्मेदारी मिली हैं।
छत्तीसगढ़ में एक दिन पहले, शुक्रवार को, मंत्रियों के विभागों का बंटवारा हुआ। इस बंटवारे के तहत, कवर्धा विधानसभा क्षेत्र से विधायक विजय शर्मा को गृह एवं जेल, पंचायत एवं ग्रामीण विकास, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इसमें विशेष बात यह है कि विजय शर्मा ने एक समय जेल का भी सामना किया है, और अब उन्हें इन महत्वपूर्ण विभागों का मंत्री बनाया गया है।
दरअसल अक्टूबर 2021 में, कवर्धा शहर के लोहारा नाका चौक में उत्पन्न झंडा विवाद ने शहर को अफसोस में डाल दिया था। इसके परिणामस्वरूप, कवर्धा में धारा 144 लागू की गई, जिसका पर्यावरण एक महीने तक प्रभावित रहा। इस विवाद में, पूर्व कबीरधाम जिला पंचायत सदस्य विजय शर्मा को जेल भी जाना पड़ा था। अब एक नए चरण में, विजय शर्मा को गृह-जेल मंत्री के रूप में चुना गया है।
पहले वे कबीरधाम जिला पंचायत सदस्य थे, इसके साथ ही पंचायत विभाग की अच्छी जानकारी भी है। इसके कारण, उन्हें अब पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग का भी मंत्री बनाया गया है।
इसके अलावा, उन्हें तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग की भी जिम्मेदारी मिली है। राजनीति में कदम रखने से पहले वे रायपुर के एक निजी कॉलेज में अध्यापक रहे हैं। प्रदेश सरकार में बड़े पद मिलने के बाद, कवर्धा में जश्न का माहौल है।
शनिवार को उन्होंने कवर्धा विधानसभा क्षेत्र के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। उन्होंने ग्राम शीतलपानी, ग्राम झलमला, ग्राम समनापुर, ग्राम सिवनीखुर्द के लोगों से संवाद किया और उनकी समस्याओं के निवारण के लिए उचित निर्देश दिए।