बीते गुरुवार रात लंबे समय से बीमार रहे मशहूर उर्दू शायर मुनव्वर राणा का रात रविवार को निधन हो गया। उनकी बेटी सुमैया राणा ने एक वीडियो के माध्यम से बताया कि उनके पिता की स्वास्थ्य स्थिति बीते कुछ दिनों से बिगड़ रही थी, और डायलिसिस के दौरान पेट में तेज दर्द हुआ था। मुनव्वर राणा 71 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह गए।
मुनव्वर राणा, जो 26 नवंबर 1952 को रायबरेली, उत्तर प्रदेश में जन्मे थे, ने उर्दू साहित्य को नए आयामों तक पहुँचाने में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने सन् 2014 में अपनी कविता ‘शाहदाबा’ के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार से सम्मानित हुए थे। उनके रचनाएँ न केवल उर्दू, बल्कि अन्य भाषाओं में भी अनुवादित होकर लोकप्रिय हुईं।
मुनव्वर राणा का निधन साहित्य और कविता के शौकीनों के लिए एक दुखद खोया हुआ मोमेंट है। उनकी आत्मा को शांति मिले।