कवर्धा: जिले में बढ़ते अपराधों और महिलाओं की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर महिला थाना खोलने की मांग जोर पकड़ने लगी है। इससे पहले भी विधानसभा में कवर्धा जिले में महिला थाना और साइबर थाना खोलने पर चर्चा हो चुकी है, लेकिन अब तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
महिला थाना: सुरक्षा के लिए जरूरी
कवर्धा जिले में महिलाओं के खिलाफ अपराध के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे में एक महिला थाना की आवश्यकता महसूस की जा रही है, जहां महिलाएं अपनी शिकायतें सुरक्षित और संवेदनशील माहौल में दर्ज करवा सकें।
साइबर अपराध: बढ़ता खतरा
साइबर अपराध के मामलों में भी जिले में तेजी आई है। ऑनलाइन धोखाधड़ी, फर्जी कॉल और हैकिंग जैसी घटनाएं आम हो रही हैं। ऐसे में साइबर थाना की स्थापना बेहद जरूरी है ताकि इन अपराधों पर रोक लगाई जा सके और पीड़ितों को न्याय दिलाया जा सके।
विधानसभा में चर्चा लेकिन कार्रवाई अधूरी
सूत्रों के मुताबिक, विधानसभा में इस मुद्दे पर चर्चा हुई थी और कवर्धा में महिला थाना और साइबर थाना खोलने के प्रस्ताव पर सहमति भी बनी थी। लेकिन चर्चा के बाद भी अब तक इस दिशा में कोई कदम नहीं उठाया गया है।
जनता में नाराजगी
स्थानीय नागरिकों और सामाजिक संगठनों ने इस मामले पर नाराजगी जाहिर की है। उनका कहना है कि महिलाओं की सुरक्षा और साइबर अपराधों पर रोक लगाने के लिए विशेष थानों का होना बेहद जरूरी है। वे सरकार से इस पर जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
प्रशासन पर सवाल
प्रशासन इस मामले में गंभीरता क्यों नहीं दिखा रहा है? क्या यह संसाधनों की कमी का मामला है या फिर इच्छाशक्ति की? ये सवाल अब जनता के बीच चर्चा का विषय बन चुके हैं।
जनप्रतिनिधियों से उम्मीद
अब नजरें जनप्रतिनिधियों और प्रशासन पर हैं कि वे इस मांग को कब तक पूरा करेंगे। जिले में महिला थाना और साइबर थाना कब खुलेंगे, यह सवाल हर नागरिक के मन में है।